रिपोर्ट-मुकेश बछेती
पाबौ(पहाड़ खबरसार)प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की बदहाली किसी से छिपी नही है। मगर इसकी विपरीत एक अच्छी खबर स्वास्थ्य विभाग से सामने आयी हैं। मामला विकासखंड पाबौ के जितोली गांव का है जहां पर रहने वाली रीना देवी को मई माह में प्रसव होना था मगर रीना देवी में खून की बहुत कमी थी जिसके कारण पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मोड़ पर संचालित हो रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाबौ ने उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया। तो वहीं स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन की संयुक्त सहभागिता से रीना देवी ने वेस अस्पताल श्रीनगर में स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी पाबौ डॉ रमेश कुँवर ने बताया कि रीना देवी की प्रसव में बहुत दिक्कतें आ रही थी जिसके कारण उन्हें प्रसव से पूर्व वेस अस्पताल श्रीनगर में भर्ती करवाने भेजा गया, मगर प्रसव की तारीख देर में होने की कारण वेस अस्पताल ने रीना देवी को भर्ती करने से मना कर दिया।
उन्होंने बताया कि इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी पौड़ी प्रवीण कुमार ने एसडीम श्रीनगर से संपर्क कर उन्हें मामले की गंभीरता से अवगत कराया। जिसके बाद वेस अस्पताल श्रीनगर द्वारा मीना देवी को अस्पताल में भर्ती किया गया और इस दौरान डॉक्टरों की निगरानी में रीना देवी रही। डॉ कुँवर ने बताया कि यह डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मचारी की ही सक्रियता थी कि रीना देवी ने डिलीवरी की तारीख से पहले ही स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है। उन्होंने बताया रीना देवी को प्रसव के बाद स्वास्थ्य उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है वही रीना देवी ने बताया की खून की कमी के कारण उनके प्रसव में दिक्कत आ रही थी। मगर स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन के समन्वय से उन्होंने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया है जिसके लिए वह दोनों का ही व्यक्त करती हैं। इस दौरान डॉ पंकज सिंह,अरुण पोखरियाल,शरद थपलियाल भी मौजूद रहे।