रिपोर्ट/मुकेश बछेती
पाबौ(पहाड़ खबरसार)जनपद पौड़ी के पाबौ ब्लॉक की मिलई क्षेत्र पंचायत सीट इस बार पंचायती चुनाव 2025 में खासा सुर्खियों में है। 2 जुलाई से नामांकन प्रक्रिया शुरू होते ही इस सीट पर सियासी पारा चढ़ गया है। वजह है – एक ही परिवार के दो प्रभावशाली चेहरे आमने-सामने हैं।
इस सीट से पूर्व ब्लॉक प्रमुख डॉ. रजनी रावत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। वहीं उनके जेठ और कांग्रेस के कद्दावर नेता मनोज रावत भी इसी सीट से चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि जब रजनी रावत कांग्रेस में थीं, तब उन्हें ब्लॉक प्रमुख बनाने में मनोज रावत की अहम भूमिका रही। मगर अब समीकरण बदल चुके हैं—रजनी रावत भाजपा की ओर से मैदान में हैं, और मुकाबला अब सिर्फ दो दलों का नहीं, बल्कि एक परिवार के भीतर राजनीतिक टकराव का भी बन गया है।
जहां डॉ. रजनी रावत को विकास कार्यों, स्वच्छ छवि और पूर्व कार्यकाल के अनुभव का लाभ मिल सकता है, वहीं मनोज रावत क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़, सामाजिक कार्यों और लंबे राजनीतिक अनुभव के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में मिलई सीट सिर्फ ब्लॉक स्तर की चुनावी सीट न रहकर भाजपा-कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गई है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि जनता का भरोसा किस पर जाता है—पूर्व ब्लॉक प्रमुख की नीतियों पर या अनुभवी राजनीतिक व्यक्तित्व की पकड़ पर। परिणाम से न सिर्फ क्षेत्रीय राजनीति की दिशा तय होगी, बल्कि यह परिवार की भीतरी राजनीति का भी संकेत देगा।