रिपोर्ट/मुकेश बछेती
पौड़ी (पहाड़ ख़बरसार)उत्तराखंड के पर्वतीय फल बेडू (पहाड़ी अंजीर) से महिलाओं की आर्थिकी को संबल देने वाली पहल को नई पहचान मिलने जा रही है। जिला पौड़ी गढ़वाल के विकासखंड पौड़ी में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के तहत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं बेडू फल से जैम और चटनी बना रही हैं, जिसकी बाजार में अच्छी मांग है। अब इस उत्पाद को GI टैग मिलने जा रहा है, जिससे इन उत्पादों को विशेष पहचान मिलेगी और बाजार में इनकी मांग और बढ़ेगी।
50 रुपये प्रति किलो की दर से ग्रामीणों और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से बेडू खरीदा जा रहा है। पूर्व में बेडू जंगलों में बर्बाद हो जाता था, लेकिन अब यह महिलाओं के लिए आजीविका का स्रोत बन गया है।
जिला परियोजना प्रबंधक ग्रामोत्थान (रीप) पौड़ी, कुलदीप सिंह बिष्ट ने बताया कि इस बार 26 क्विंटल बेडू की खरीद की जा रही है, और विभिन्न स्वायत्त सहकारिताओं को भी इसे एकत्र करने का लक्ष्य दिया गया है। GI टैग मिलने के बाद बेडू के जैम और चटनी को राष्ट्रीय बाजार में भी अलग पहचान मिल सकेगी, जिससे पहाड़ की महिलाओं की आय में वृद्धि होगी।