रिपोर्ट/मुकेश बछेती
पाबौ (पहाड़ खबरसार) उत्तराखंड सरकार के पशुपालन विभाग द्वारा संचालित 1962 मोबाइल वेटरनरी यूनिट (MVU) सेवा इन दिनों बरसात के मौसम में पशुओं में फैलने वाली बीमारियों को लेकर क्षेत्र में सक्रिय रूप से जागरूकता अभियान चला रही है।
पाबौ ब्लॉक में तैनात 1962 MVU की टीम, जिसमें डॉ. सुनिधि चौहान, प्रदीप चौहान और इवान भंडारी शामिल हैं, ने हाल ही में गुवाड़खाल और खंडुली गांवों में जाकर पशुपालकों को बरसात में पशु बीमारियों से बचाव की जानकारी दी।
डॉ. सुनिधि चौहान ने बताया कि बरसात में गड्ढों में भरे पानी के सड़ने से जानवरों के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर जानवर इस गंदे पानी का सेवन कर बीमार हो जाते हैं। ऐसे में पशुपालकों को सलाह दी गई कि वे अपने जानवरों को स्वच्छ पानी पिलाएं और उनके रहने के स्थान को साफ-सुथरा रखें।
टीम द्वारा बताया गया कि बरसात में खुर-पका, मुंह पका, गला घोंटू, निमोनिया जैसी बीमारियां आम हैं, जिनसे समय पर बचाव जरूरी है। इसके लिए नियमित टीकाकरण, संतुलित आहार और साफ-सुथरी देखभाल की आवश्यकता है। यदि पशु बीमार हो जाएं, तो तत्काल 1962 नंबर पर कॉल कर निःशुल्क पशु चिकित्सा सेवा प्राप्त की जा सकती है।
डॉ. चौहान ने यह भी जानकारी दी कि अब तक प्रदेशभर में 1962 मोबाइल वेटनरी यूनिट सेवा के माध्यम से 3 लाख से अधिक पशुओं का घर पर निःशुल्क उपचार किया जा चुका है। यह सेवा न केवल पशुपालकों के लिए राहत है, बल्कि बेसहारा पशुओं के लिए भी जीवनदायिनी सिद्ध हो रही है।