रिपोर्ट/मुकेश बछेती
पौड़ी(पहाड़ ख़बरसार) डेंगू रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने कलक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। जिलाधिकारी ने स्वस्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये की श्रीनगर, कोटद्वार व यमकेश्वर में डेंगू कन्ट्रोल रुम तैयार करें साथ ही इन क्षेत्रों में निरंतर फॉगिंग करते रहने के निर्देश दिये हैं।
बुधवार को आयोजित डेंगू रोग के नियंत्रण एवं रोकथाम की बैठक में जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये गत वर्ष के डेंगू से सम्बन्धित 196 मामलों की वार्ड-गली-मौहल्ला-हाउस नम्बर वार माईक्र डिटेल के साथ गूगल जीआईएस मैपिंग करवाना सुनिश्चित करें। उन्होने सम्बन्धित उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि व नगर निकाय क्षेत्रों में निकाय के कार्मिकों के माध्यम से निरंतर फागिंग करवाने के निर्देश दिये हैं साथ ही डोर टू डोर सर्वे कर टंकियों, टायरों, गढ्ढो में रुके हुए पनी को रिलिज करने के निर्देश दिये हैं। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेताया कि जनपद क्षेत्रांतर्गत एक भी व्यक्ति की मृत्यु डेंगू के कारण न होने पाए, इस हेतु माईक्रो लेवल पर प्लानिंग करते हुए दस के भीतर फुलप्रुप प्लान प्रस्तुत करें। जिलाधिकारी ने कहा कि दस दिन के बाद पनः इस सम्बन्ध में बैठक की जायेगी जिसमें सभी रेखीय विभाग अपने-अपने दायित्वों से सम्बन्धित प्लान प्रस्तुत करने के निर्देश दिये हैं। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ प्रवीण कुमार ने बताया कि गत वर्ष 2023 में अबतक डेंगू का केेवल एक मरीज पाया गया है, जिनका उपचार जारी है। उन्होने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के पास डेंगू के टेस्ट के लिए प्रयाप्त एलीजर कार्ट टेस्ट किट की व्यवस्था है। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य, शिक्षा व नगर निकायों के अधिकारियों को डेंगू के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए संवदेनशील क्षेत्रों में निरंतर प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये हैं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, सीएमएस बेस चिकित्सालय श्रीकोट डॉ रविन्द्र बिष्ट, एसीएमओ डॉ रमेश कुवंर, जिला कार्यक्रम अधिकारी जितेन्द्र कुमार, डॉ सौरभ, एमओआईसी डॉ उपेन्द्र सिंह, डॉ आशीष गुसांई, डॉ राजीव कुमार, डॉ जेसी धनाई, डॉ बीसी काला आदि उपस्थित थे।