रिपोर्ट/मुकेश बछेती
देहरादून/पौड़ी(पहाड़ खबरसार)उत्तराखंड राज्य में नगर निकाय चुनाव अक्तूबर के आखिरी सप्ताह में संपन्न होंगे। जिसको लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रदेश में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों का कार्यकाल पिछले साल दो दिसंबर को पूरा हो गया था। छह माह यानी दो जून तक के लिए निकाय प्रशासकों के हवाले हो गए थे।
इस अवधि में चुनाव न होने के चलते सरकार ने तीन माह के लिए अवधि बढ़ा दी थी। इस बीच हाईकोर्ट के आदेश आए और सरकार ने अंतिम टाइमलाइन तय कर ली है। राज्य में अक्तूबर के अंतिम सप्ताह में निकाय चुनाव होंगे। इससे पहले 15 सितंबर तक ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए नियमावली आदि का काम पूरा होगा।
उत्तराखंड में 93 नगर निकायों में चुनाव होना है। नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों का कार्यकाल पिछले साल दो दिसंबर को पूरा हो गया था। जिसके बाद दो जून तक के लिए निकाय प्रशासकों को सौंपा गया है। इस अवधि में चुनाव न होने के चलते सरकार ने तीन माह के लिए अवधि बढ़ा दी थी। अब इस टाइमलाइन के बीच अक्टूबर तक चुनाव सम्पन्न कराने को लेकर होमवर्क हो गया है।
निकायों का परिसीमन, वोटर लिस्ट का काम भी तब तक पूरा करने की समय सीमा रखी गई है। नगर निगम देहरादून के 54 वार्डों का परिसीमन 15 दिन के भीतर सुधार कर शासन को भेजा जाए। ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए एक्ट में संशोधन को लागू करने के लिए नियमावली लागू करने की तैयारी है। ओबीसी आरक्षण लागू करने के लिए एक्ट में संशोधन को लागू करने के लिए नियमावली लागू करने की तैयारी है।
नगर पालिका अल्मोड़ा और नगर पालिका पिथौरागढ़ को नगर निगम बनाने के लिए शासन स्तर से जिलाधिकारी को पत्र भेज दिया गया है। डीएम की ओर से इन निकायों को निगम बनाने के लिए सीमांकन संबंधी पूरी प्रस्ताव शासन को भेजा जाना है। दो नगर निगम बनने के बाद राज्य में 11 नगर निगम (देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, कोटद्वार, श्रीनगर, हल्द्वानी, काशीपुर, रुद्रपुर, पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा) हो जाएंगे। नगर पालिका की संख्या 41 और नगर पंचायतों की संख्या 50 होगी।