रिपोर्ट/मुकेश बछेती
पौड़ी(पहाड़ ख़बरसार)विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले पौड़ी जनपद में लंपी से 40 पशुओं की मौत हो चुकी है। अप्रैल से अब तक ये घटनाएं सामने आई हैं। हालांकि पशुपालन विभाग का दावा है कि विभाग के चिकित्सकों की टीम पशुओं के टीकाकरण की कवायद में जुटी है। इसके अलावा पशुपालकों को जागरूक करने व ऐसे समय में बरती जाने वाली सावधानी को लेकर भी शिविर भी आयोजित किए जा रहे हैं।
जनपद में अप्रैल से पशुओं में लंबी बीमारी फैलने के मामले सामने आने लगे थे। तब से लेकर अब तक जनपद के पौड़ी, खिर्स्, कल्जीखाल, पोखड़ा, दुगडडा,पाबौ आदि विकासखंडों के दर्जनों गांवों में पशुओं के लंपी बीमारी से ग्रसित अब तक 40 पशुओं की मौत हो चुकी है। लंपी बीमारी एक वायरस है जो पशुओं में संक्रमित होकर फैलती है। पशु पालन विभाग पौड़ी के मुताबिक मौजूदा समय में जनपद में पौड़ी, खिर्स्, दुगड्डा,पाबौ क्षेत्रों में काफी संख्या में पशु लंपी से संक्रमित है। क्षेत्र में पशुपालन विभाग का पशु चिकित्सक तैनात न होने से पशुपालक काफी परेशान हैं। एक फार्मासिस्ट के भरोसे सब चल रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. डीएस बिष्ट ने बताया कि पशुपालन व डेयरी विभाग तक लंपी बीमारी से 40 पशुओं की के संयुक्त निरीक्षण, सर्वे में अभी मृत्यु हुई है। जनपद में लंपी बीमारी काफी नियंत्रित कर ली गई है। चिकित्सकों की टीम गांवों में पशुओं के टीकाकरण के अलावा आमजन को जागरूक व सावधानी बरतने के लिए शिविर भी आयोजित कर रही है।